इस ज्योतिष को आप मानें या न मानें, ये पूरी तरह से आपका फैसला है. इससे आपका कोई अहित नहीं होगा ठीक उसी तरह जैसे अगर आप किसी धर्म विशेष या संप्रदाय को नही मानते और आप उसके रीति-रिवाजों को नहीं मानते तो इससे आपका कोई अहित नहीं होता. ये पूरी तरह आपकी स्वेच्छा पर निर्भर है.